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UP MLC Election के बाद अब अगले पड़ाव की तैयारी में BJP, जानें किस दल की क्या है रणनीति?

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निकिता दीक्षित

लखनऊ. एक चुनाव के संपन्न होते ही भजपा दूसरे की तैयारी में जुट जाती है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के बाद, अब बीजेपी विधान परिषद में भी भाजपा ने शानदार जीत हासिल की. अब अगला पड़ाव है स्थानीय निकाय चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का है, जिसकी तैयारी में भारतीय जनता पार्टी जुट चुकी है. सत्ताधारी पार्टी के रणनीतिकार जहां एक बार फिर से राजनीतिक राग रचने में जुट चुके हैं, तो वहीं विपक्ष एक दूसरे पर वार पलटवार और हार का ठीकरा एक दूसरे के सर पर मढ़ने में लगे हुए हैं. हो सकता है यह उनकी रणनीति हो. हर तरफ अपार सम्भावनायें हैं पर किसकी रणनीति कितना सफल होती है ये देखने वाली बात होगी.

हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) बसपा अध्यक्ष मायावती (Mayawati) पर निशाना साधते नज़र आये. उन्होंने कहा कि हमने बसपा सुप्रीमो से गठबंधन की बात करते हुए सीएम पद का उम्मीदवार बनने का उनको ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने बात तक नहीं की. राहुल ने आरोप लगाया की सीबीआई और ईडी की वजह से बसपा ने चुनाव में भाजपा को खुला रास्ता दिया. इस बयान के बाद मायावती सामने आईं और जमकर राहुल पर पलटवार किया.

मायावती ने राहुल को दी ये सलाह
मायावती ने राहुल को खुद के गिरेबान में झांकने की सलाह तक दे डाली. उन्होंने कहा कि जो कुछ राहुल गांधी ने कहा है वह पूरी तरह से तथ्यहीन और अनर्गल बाते हैं. खैर अब वार पलटवार का कोई फायदा नहीं है और शायद पहले भी न होता क्योंकि दोनों ही पार्टी विधानसभा चुनाव में तो कुछ ख़ास हासिल कर नहीं पाईं. अगर बसपा कांग्रेस के साथ खड़ी होती तो क्या सफलता मिलती इस बात की संभावनाएं बेहद कम हैं.

क्या कहता है सियासी इतिहास
1996 में बसपा कांग्रेस चुनाव में साथ खड़े थे और साथ लड़े थे. उसका फायदा भी हुआ था. वोटिंग प्रतिशत 10.26 से बढ़कर 27.73 पहुंचा, हालांकि सीटों का कोई खास लाभ नहीं मिल पाया था. इस चुनाव की बात की जाये तो बसपा को 13 प्रतिशत वोट मिले तो वहीं कांग्रेस को 5% वोट मिला पाया. और भारतीय जनता पार्टी को 41.29 प्रतिशत वोट मिला. इन स्थितियों में देखा जाये तो अगर बसपा कांग्रेस साथ आ भी जाते तो कोई ख़ास असर नहीं पड़ता.

क्या है अगला पड़ाव
अगला पड़ाव स्थानीय निकाय चुनाव का है जो की इस साल के अंत तक होने हैं. ऐसे में दलित व मुस्लिम वोटर पर सबकी खास नज़र होगी. सपा और बसपा दलित मुसलमानों की खींचातानी में जुटे रहेंगे या उनको अपने पाले में खींचने में सफल होंगे. कांग्रेस उनकी रणनीति को भेदने की कोशिश करेगी या खुद नयी रणनीति की संरचना करेगी. भारतीय जनता पार्टी का क्या होगा मास्टर स्ट्रोक और किसकी रणनीति कितनी, कारगर होती है यह देखना दिलचस्प होगा.

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Tags: Lucknow news, UP news, UP politics, Yogi adityanath

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