Registration system stopped due to gate determination in Shri Banke Bihari Temple in Vrindavan

श्री बांके बिहारी मंदिर:सहज दर्शन के लिए शुरू की गई ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था का ट्रायल फेल, कर दी गई बंद – Registration System Stopped Due To Gate Determination In Shri Banke Bihari Temple In Vrindavan

[ad_1]

रंग बिरंगी रोशनी से जगमगाता श्री बांके बिहारी मंदिर
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं को सहज और सुरक्षित दर्शन कराने के लिए मथुरा-वृंदावन नगर निगम द्वारा ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन का ट्रायल फेल हो गया है। नगर निगम द्वारा ने श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन कर दर्शन के लिए पास तो दे दिए, लेकिन बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन और प्रशासन पासधारकों को मंदिर में प्रवेश के लिए द्वार तय नहीं कर पाया। इस कारण ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था बंद हो गई।

बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं को सहज और सुरक्षित दर्शन कराना मंदिर प्रबधंन और जिला प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। इसके लिए एक दशक से नित नए प्रयोग किए जा रहे हैं, लेकिन कोई कारगर उपाय नहीं बन पा रहा है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देशभर से आए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षित दर्शन लिए नगर निगम द्वारा ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई। 

यह भी पढ़ेंः- चुनौती बना डायरिया: तीन दिन से हो रहीं बच्चों की मौतें, अचानक उल्टी-दस्त और फिर थम गईं सांसें

इसके लिए नगर निगम ने वृंदावन जोन कार्यालय और परिक्रमा मार्ग स्थित कालीदह पार्किंग स्थल कैंप कार्यालय पर पहले दिन 28 श्रद्धालुओं का ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन कर दर्शन के लिए पास दिए, लेकिन पासधारकों के लिए बांकेबिहारी मंदिर का प्रवेश द्वार निर्धारित नहीं किया गया। नतीजतन इन लोगों को आम श्रद्धालुओं की तरह ही मंदिर में प्रवेश मिल सका। अब तो पंजीकरण भी नहीं किया जा रहा है।

यह भी पढ़ेंः- धर्मशाला की जमीन कब्जे का मामला: भाजपा नेता को महिलाओं ने बीच सड़क चप्पलों से पीटा, कपड़े फाड़े

मथुरा-वृंदावन नगर निगम के अपर नगर आयुक्त क्रांतिशेखर सिंह ने बताया कि बांकेबिहारी मंदिर में सहज दर्शन और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम द्वारा ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था, लेकिन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को पास मिलने पर बांकेबिहारी मंदिर में किस प्रवेश द्वार से उन्हें दर्शन कराए जाएंगे, यह निर्धारण न हो पाने से फिलहाल ऑफ लाइन पंजीकरण व्यवस्था बंद कर दी गई है। मंदिर प्रबंधन और पुलिस से बात कर मंदिर का प्रवेश द्वार निर्धारित होने के बाद फिर से रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे।

[ad_2]

Source link