सफलता ऐसी कि रातो-रात बनी यूथ आइकन, ट्विटर पर क्यों ट्रेंड कर रही हैं यूपी की सानिया मिर्जा

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मिर्जापुर. देश में पिछले 24 घंटे से सानिया मिर्जा सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रही है. लेकिन आपको बता दें कि ये सानिया मिर्जा किसी जमाने में टेनिस सनसनी रही शख्सियत नहीं बल्कि एक साधारण से परिवार की लड़की और टीवी मैकेनिक की बेटी है. सोशल मीडिया पर लोग इसे इसलिये खोज रहे हैं क्योंकि इसने न केवल एक मुकाम हासिल किया है बल्कि नया रिकॉर्ड भी बनाया है. यूपी के मिर्जापुर की इस बेटी का चयन भारतीय वायुसेना में पायलट के लिए हुआ है, यानी एनडीए के माध्यम से सानिया वायुसेना में पायलट बनेगी. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद के एक टीवी मैकेनिक की बेटी सानिया देश की पहली मुस्लिम लड़की हैं, जिनका भारतीय वायुसेना में पायलट के लिए चयन हुआ है. सान‍िया के इस कमाल की हर कोई तारीफ कर रहा है.यही कारण है कि ट्विटर पर भी #SaniaMirza शुक्रवार को टॉप ट्रेंड पर है और हर कोई इस सानिया को जानना चाहता है.

मिर्जापुर जिले के गांव जसोवर के रहने वाले टीवी मैकेनिक शाहिद अली की बेटी ने एक डिफेंस एकेडमी से तैयारी की और एनडीए एग्जाम क्लियर किया. 27 दिसंबर को सानिया को पुणे में जाकर जॉइन करना है. सानिया की शुरुआती यानी दसवीं तक की पढ़ाई गांव के और 12वीं भी इलाके से हुई. खास बात ये है कि ये बच्ची जहां 10वीं में स्कूल टॉपर थी तो वहीं 12वीं में जिला टॉपर. सानिया मिर्जा ने बताया कि बचपन में सपना इंजीनियर बनने का था लेकिन देश की पहली महिला फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदी से प्रेरणा मिली और एनडीए तक का सफर पूरा हुआ.

सानिया के पिता शाहिद अली ने बताया कि शुरुआत में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बिटिया की पढ़ाई के लिए 12 से 14 घंटे मेहनत किया, इसके बदले जो भी कमाया उसे पढ़ाई में लगाया. सानिया की मां तबस्सुम ने बताया कि हमने तो कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हमारी बच्ची यहां तक पहुंचेगी. बच्ची ने बहुत मेहनत किया और आज उसका परिणाम सबके सामने है. सानिया काफी खुली और नए विचारों वाली लड़की है. उसने बताया कि पढ़ाई के लिए घर से बाहर जाने पर आस पड़ोस के लोगों ने कई तरह की बातें भी की, आलोचना भी किया कि लड़कियों को अकेले बाहर नहीं आना जाना चाहिए. लेकिन मेरे माता पिता मेरे साथ खड़े रहे और मेरा हर तरह से सपोर्ट किया’.

सानिया ने बताया कि अगर आपकी परवरिश, पढ़ाई-लिखाई और इलाज तक परिवार के लोग कराते हैं तो पढ़ने या फिर अच्छे काम के लिये कुछ आलोचना करेंगे इसका कोई फर्क आपके परिवार पर नहीं पड़ना चाहिये, क्योंकि उनका वही काम है. लेकिन आप उनकी बात को एक कान से सुनिए और दूसरे कान से निकल दीजिए. सानिया की इस उपलब्धि पर पूरा गांव गर्व महसूस कर रहा है.

Tags: Mirzapur news, Sania mirza, UP news

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