पुलिसकर्मी की हैवानियत : तीसरी लड़की होने पर पत्नी को दिया जहर, बेटी को दे दिया गोद

शहर की जैन बाग कालोनी की रहने वाली महिला ने ससुराल पक्ष के लोगों पर जहर पिलाकर मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। महिला को गंभीर हालत में रोहतक के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने महिला के बयान पर दिल्ली पुलिस में कार्यरत पति समेत तीन के खिलाफ जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जैन बाग कालोनी की रहने वाली महिला ज्योति ने सिटी थाना की गोहाना रोड चौकी पुलिस को बताया कि उसकी शादी वर्ष 2013 में हुई थी। उसका पति संजय दिल्ली पुलिस में कार्यरत है और इन दिनों नांगलोई थाने में तैनात है। ज्योति ने बताया कि वह घर में सिलाई सेंटर चलाती है। उसे दो बेटी पैदा होने के बाद उसका पति, सास व ससुर परेशान करने लगे। उसका आरोप है कि उसके साथ मारपीट की जाती थी और धमकी देते थे कि अब अगर बेटी हुई तो वह उसे तलाक दे देंगे। मई में उसने फिर से तीसरी बेटी को जन्म दिया तो पति व परिवार के लोगों ने उसकी बेटी को दिल्ली की किसी महिला को गोद दे दिया। उसके ससुराल पक्ष के लोग उसे धमकी देते हैं कि वह उनसे रुपये लेकर उनके बेटे को तलाक दे दे। रविवार को भिवानी के रहने वाले उसके मामा सुरेंद्र, ममेरा भाई केशव व जींद से उसकी मां सुमन उसकी ससुराल आई थीं।
ज्योति का आरोप है कि उसी दिन पति व उसके सास-ससुर ने उसे पानी में कोई जहरीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर मायके वालों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण स्वजन उसे रोहतक के निजी अस्पताल में ले गए, जहां उसका उपचार चल रहा है। पुलिस ने ज्योति के बयान पर पति संजय, सास मधुबाला व ससुर जगदीश के खिलाफ हत्या के प्रयास व धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस संबंध में आरोपित पति संजय ने आरोपों से इन्कार करते हुए कहा कि लड़का-लड़की में कोई भेद नहीं करता हूं। वह अभी अस्पताल में पत्नी की हालत देखने आए हैं। उसकी हालत में सुधार है। स्वस्थ हो जाने पर पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों से बात कर गलतफहमी दूर की जाएगी।