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Paper Leak: Rahul gandhi, Priyanka Gandhi
– फोटो : Amar Ujala/Sonu Kumar
विस्तार
उत्तर प्रदेश में पेपर लीक मामले में कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, फ्रंट फुट पर आ गए हैं। शुक्रवार को इन दोनों नेताओं ने पेपर लीक केस को लेकर यूपी सरकार को घेरने का प्रयास किया। प्रियंका गांधी ने कहा, बस एक बार सोच कर देखिए, 50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 400 रुपए का एक फॉर्म था। 48 लाख एडमिट कार्ड जारी हुए। परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया। क्या बीत रही होगी बच्चों पर, उनके परिवारों पर। राहुल गांधी ने कहा, लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया साइट पर अपनी एक पोस्ट में लिखा, ऐसा ही RO Exam में हुआ है। यहां भी पेपर लीक हो गया। यूपी के एक-एक गांव में यह चर्चा हो रही है। सरकार सो रही है। लड़के-लड़कियां इलाहाबाद, मेरठ से लखनऊ तक चीख-पुकार-प्रदर्शन कर रहे हैं। वे दोबारा से एग्जाम कराने की मांग कर रहे हैं। सरकार उन्हें अपमानित कर रही है, लाठियों से पिटवा रही है। प्रियंका ने लिखा, कौन कराता है ये पेपर लीक। कैसे होता है ये पेपर लीक। चांद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता। जहां एक युवा की मेहनत चोरी न हो, उसके भविष्य पर डाका न पड़े।
कांग्रेस ने यूपी में भर्ती विधान पेश किया था, जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान रखे गए थे। पेपर लीक संकट को देखते हुए प्रियंका गांधी ने सरकार के सामने कई मांग रखी हैं। हाल में हुई दोनों पेपर लीक की घटनाओं की सीबीआई जांच हो। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। एक परीक्षा कैलेंडर जारी हो, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज हों। इसका उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए। भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों। युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म नि:शुल्क किए जाएं। परीक्षा देने के लिए युवाओं को फ्री बस और ट्रेन मुहैया कराई जाए।
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