Moradabad: अब आधार कार्ड से ढूंढा जाएगा संवासिनियों का पता, प्रोबेशन विभाग ने शुरू की तैयारी

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पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. मुरादाबाद में पिछले 17 सालों से महिला शरणालय में रह रही ऐसी 20 संवासिनी है जो सालों से अपनों से दूर रहने को मजबूर हैं. प्रोबेशन विभाग अब इन संवासिनियों को बिछड़े परिजनों से मिलाने के लिए बायोमेट्रिक तकनीक का प्रयोग करेगा. इस तकनीक के जरिए संवासिनियों के बिछड़े परिजनों को मिलाने के लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. जीवन की उठापटक का डटकर मुकाबला कर महिला शरणालय में रहने वाली मानसिक रूप से कमजोर संवासिनियों की सुध कोई नहीं ले रहा है. यहां अब भी 20 संवासिनियां है. इसमें 14 संवासिनियां मुकबधिर हैं. लेकिन अब भाग विभाग इन संवासिनियों को घर भेजने की पहल कर रहा है.

बायोमेट्रिक मशीन से खोजा जाएगा
इसी को लेकर प्रोबेशन विभाग द्वारा अब इनके घर ढूंढने के लिए बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से फिंगर स्कैनिंग से आधार कार्ड निकाला जा सकेगा. जिसके माध्यम से इनके परिजनों का पता लगाया जा सकता है. जिला अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के द्वारा अधीक्षक मुख्य डाकघर को महिला शरणालय में निवासरत संवासिनियों के आधार कार्ड ट्रेस करने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगवाने के निर्देश दिए गए हैं.

जल्दी ही अपनों के बीच होंगी संवासिनियां
प्रोबेशन विभाग के अधिकारी राजेश गुप्ता ने न्यूज 18 लोकल को बताया कि मुरादाबाद के राजकीय महिला शरणालय की क्षमता 25 महिलाओं की है और वर्तमान में वहां पर 20 महिलाएं हैं. जिनमें से 14 महिलाएं या तो मानसिक रूप से कमजोर है या फिर मुकबधिर है. हम उन महिलाओं को उनके परिजनों से मिलवाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. जिसके लिए हमने एक प्लानिंग की है. हम इन्हें आधार सेंटर में ले जाकर बायोमेट्रिक कराएंगे तो इनका आधार रिजेक्ट हो जाएगा. रिजेक्ट होने के बाद हम यूआईडीएआई से इनके आधार कार्ड की जानकारी लेंगे ताकि उसके माध्यम से इन्हें इनके परिजनों से मिलाया जा सके.

महिला शरणालय में योगा सीख रही महिलाएं
राजेश गुप्ता ने बताया कि महिला शरणालय में महिलाओं को योगा सिखाया जा रहा है. जिससे उनकी शारीरिक गतिविधि अच्छी हो जाए. जब महिलाएं शारीरिक रूप से ठीक होंगी तो उनके दिमाग पर भी उससे असर पड़ेगा फिर उनके दिमाग में भी थोड़ा बहुत सुधार आएगा. इसके साथ ही जिला अस्पताल से देखभाल के लिए मानसिक विशेषज्ञ प्रत्येक 15 दिन में आते हैं. जो दवा देकर जाते हैं. इसके साथ ही उन्हें शरणालय की तरफ से प्रतिदिन टाइम पर दवाई दी जाती है.

Tags: Moradabad News, Uttar pradesh news

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