सुनील पेशे से पान और छोटी परचून की दुकान चलाते हैं.

Kanwar Yatra 2022: काशी में शिवभक्त खुद बन गया महादेव और बाइक को बनाया नंदी, जानें वजह

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हाइलाइट्स

शिवभक्त सुनील की पान और परचून की दुकान है.
बाबा और नंदी के रूप के लिए उनके 15 हजार रुपए हुए खर्च

वाराणसी. सावन के महीने में कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को लेकर मंदिरों से लेकर सड़कों तक भक्तिमय माहौल देखने को खूब मिल रहा है. जगह-जगह शिवभक्त कांवड़ियों का स्वागत किया गया जा रहा है. इसी कड़ी में काशी में एक शिवभक्त का अनोखा रूप देखने को मिला. यहां एक शिवभक्त ना सिर्फ खुद भोले के रूप में दिखा, बल्कि उसने अपने दोपहिया वाहन बाइक को भी शिव की सवारी नंदी की शक्ल दी थी. इसे देखने के लिए लोगों का तांता लगा रहा. शिव बने श्रद्धालु सुनील बताते हैं कि वे ऐसा एक साल से कर रहें हैं.

गोदौलिया इलाके में वे अपने साथी कांवड़ियां साथियों के साथ आए थे. यहां हर-हर महादेव और बोल बम का नारा गूंजने लगे. पुलिस भी आ गई, लेकिन फिर शिवभक्त और उसके जत्थे को आगे जाने दिया. शिवभक्त ने अपना नाम सुनील गुप्ता बताया और वे वाराणसी के ग्रामीण इलाके अनइ बाजार के रहने वाले थे.

सुनील पेशे से पान और छोटी परचून की दुकान चलाते हैं.

सुनील गुप्ता ने बताया कि जब तक सांसें चलती रहेंगी, तब तक शिव के रूप में ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आते रहेंगे.

 जब तक उनकी शक्ति रहेगी, तब तक यूं ही शिव रूप में रहेंगे.

जब तक उनकी शक्ति रहेगी, तब तक यूं ही शिव रूप में रहेंगे.

जब इच्छा करती है तब शिव रूप में आकर विश्वनाथ बाबा के दर्शन करने आ जाते हैं. जब से होश संभाला है- शिव भक्ति में डूब चुके हैं. सुनील ने बताया कि उनकी पान और परचून की दुकान है. बाबा और नंदी के रूप के लिए उनके 15 हजार रुपए खर्च हो गए, इसके लिए उन्हें उधार तक लेना पड़ा, लेकिन कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने आगे बताया कि जब तक उनकी शक्ति रहेगी, तब तक यूं ही शिव रूप में रहेंगे.

Tags: Kanwar yatra, Lord Shiva, Sawan somvar, UP news, Varanasi news

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