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भूख हड़ताल में तबियत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाते हुए
– फोटो : संवाद
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हाथरस में चंदपा क्षेत्र के गांव बघना में सड़क की बदहाली के खिलाफ ग्रामीणों की भूख हड़ताल 21 दिसंबर को भी जारी रही। भूख हड़ताल पर बैठे एक ग्रामीण मनोज सिसोदिया की अचानक तबीयत बिगड़ गई। ग्रामीणों ने उन्हें उपचार के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा।
राष्ट्रवादी क्रांतिकारी सेना के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के नाम इस समस्या के समाधान के लिए पत्र भेजकर धरने को समर्थन दिया है। मौके पर पहुंचे लोनिवि के अधिशासी अभियंता ने ग्रामीणों से बातचीत की। धरने की अगुवाई कर रहे देवेंद्र सिंह सिसोदिया ने 23 दिसंबर को दोपहर तीन बजे के बाद आत्मदाह करने की घोषणा की है। 24 दिसंबर को महापंचायत की जाएगी। धरना स्थल पर एहतियातन पुलिस बल तैनात रहा और खुफिया तंत्र भी नजर बनाए रहा। गौरतलब है कि ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है। 22 दिसंबर को भी धरना स्थल पर ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी की।
इधर, प्रशासन ने जलनिकासी के नाम पर मौके पर थोड़ी गिट्टी डलवाई और कच्ची नाली खोदवाई है। खोदवाई गई कच्ची नाली पर भी ग्रामीण खुद के पैसों से पक्का निर्माण करा रहे हैं। शुक्रवार को मौके पर पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता राजेश निगम पहुंचे। उन्होंने बताया कि 400 सौ मीटर सड़क निर्माण के लिए एस्टीमेट बनाकर शासन को भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य को पूर्ण कर दिया जाएगा। जब तक सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं होता, तब तक सड़क का समतलीकरण करा दिया जाएगा।
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