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मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण
– फोटो : अमर उजाला
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कान्हा की नगरी मथुरा में सुनियोजित विकास और यातायात व्यवस्था प्रभावी न होने से अभी स्थानीय निवासियों और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मगर, जिस प्रकार से सोमवार को सीएम योगी ने महायोजना 2031 पर विचार बैठक में अपनी मंशा जाहिर की है। उससे उम्मीद जगी है कि जल्द ही मथुरा-वृंदावन की यातायात व्यवस्था सुधरेगी। यहां मल्टीलेवल पार्किंग बनेंगी। साथ ही सुनियोजित विकास के तहत अवैध कॉलोनियों पर रोक लगेगी।
सीएम योगी मंशा जाहिर की है कि शहर में इलेक्ट्रिक बसों को वरीयता दी जाए। परंपरागत ईंधन वाली बसों को यथासंभव नगर से बाहर ही रखा जाए। मथुरा-वृंदावन सहित कई इलाकों में पहले चरण में ई-बसें आ चुकी हैं। दूसरे चरण की प्रक्रिया बाकी है।
इसी प्रकार मंदिरों के आसपास बहुमंजिला भवन बनाने की अनुमति देने पर रोक लगाने संबंधी सीएम का निर्देश प्रभावी हुआ तो वृंदावन, जैंत, छटीकरा, गोवर्धन इलाके में धड़ाधड़ हाइराइज हो रहे हाइराइज बिल्डिंगों के निर्माण पर भी रोक लगेगी। महायोजना में कुल भूमि के 15-16 फीसदी हरित क्षेत्र रखने का प्लान भी धरातल पर उतरा तो जैंत, छटीकरा, राल, गोवर्धन रोड पर हरियाली संरक्षित रह पाएगी।
प्राकृतिक झीलों के संरक्षण संबंधी आदेश से नौहझील की झीलों का संरक्षण होगा। अभी तक यहां स्थिति बदहाल है। जलाशय भी लगातार खत्म हो रहे हैं। इधर, नगर निगम के बाहर दायरा बढ़ाने के विकास प्राधिकरण को निर्देश दिए हैं। इससे शहर का विस्तार होगा। इसका लाभ शहर से सटे ग्रामीण इलाकों को मिलेगा।
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