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prayagraj student murder
– फोटो : अमर उजाला
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प्रयागराज के खीरी बाजार में लगाए गए जाम के दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। शव मिलने में देरी होते देख शाम पांच बजे के करीब अचानक जाम लगाए लोग लाठी-डंडों से लैस होकर आरोपियों की बस्ती की ओर बढ़ने लगे। इस पर पुलिस के साथ ही पीएसी व आरएएफ के जवानों ने उन्हें रोका।
इसके बाद लोग वहीं बैठ गए। सुबह 11 बजे के करीब थाने का घेराव करने के बाद एक बार फिर बड़ी संख्या में ग्रामीण खीरी बाजार चौराहे पर जुट गए। वह इस उम्मीद में थे कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। इस दौरान कुछ संगठनों के लोग भी पहुंचे और परिजनों व ग्रामीणों से मिलकर गिरफ्तारी व अन्य कार्रवाई की मांग की।
शाम पांच बजे के करीब अचानक चौराहे पर जाम लगाए लोग आक्रोशित हो उठे। लाठी-डंडों से लैस ग्रामीण आरोपियों की बस्ती की ओर बढ़ने लगे। यह देख वहां ड्यूटी पर तैनात एसीपी करछना अजीत सिंह चौहान, एसीपी धूमनगंज वरुण कुमार व एसीपी मेजा विमल किशोर मिश्र ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वहां पुलिस के साथ ही पीएसी व आरएएफ के जवानों को भी बुलाया गया, जिन्होंने भीड़ को आगे नहीं बढ़ने दिया।
500 मीटर पर स्थित है बस्ती
छात्र की हत्या मामले के नामजद आरोपी व तुर्कपुरवा के प्रधान मो. यूसुफ के घर के ठीक सामने हुई। यह खीरी बाजार से लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। बाजार से लेकर आरोपियों की बस्ती तक जगह-जगह पुलिस, आरएएफ व पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। इसके अलावा तर्कुपुरवा से ठीक पहले ही बैरिकेडिंग कर रास्ता रोक दिया गया था। यहां तीन थानों की फोर्स के साथ ही एसओजी के जवान भी तैनात किए गए थे। भारी फोर्स को देखकर बस्ती के लोग भी सहमे नजर आए।
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