Chhath puja 2022: छठ के लिए गगोल तीर्थ के सरोवर में विशेष व्यवस्था, जानें पूरी डिटेल

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विशाल भटनागर/मेरठ. देशभर में छठ का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. इसी तरह का नजारा मेरठ में भी देखने को मिल रहा है. मेरठ में विभिन्न स्थानों पर छठ पूजा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. वही गगोल तीर्थस्थल की बात की जाए तो यहां पर विशेष रूप से छठ पूजा के लिए इंतजाम किया गया है. सरोवर के जल में श्रद्धालु विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर सकते हैं. सरोवर के चारों ओर विशेष रूप से अब यहां पर लोगों ने एकत्रित होना भी शुरू कर दिया है. जिससे कि इस छठ महापर्व पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जा सके.

गगोल तीर्थ के महंत शिवदास ने News18local से बातचीत करते हुए बताया कि, इस स्थान का विशेष महत्व इसलिए भी है कि, जब मयदानव द्वारा ऋषि-मुनियों को प्रताड़ित किया जा रहा था. यज्ञ को भंग किया जा रहा था. तब महर्षि विश्वामित्र भगवान श्रीराम को इस पावन धरा पर लेकर आए थे. भगवान श्रीराम ने इसी पावन धरा पर आकर मयदानव का वध किया था. इतना ही नहीं भगवान श्रीराम ने तीर चलाकर यहां जल उत्पन्न किया था.

नगर निगम की है विशेष व्यवस्था
नगर निगम मेरठ द्वारा स्वच्छता का ध्यान रखते हुए विशेष रूप से टीम तैनात कर दी गई है. ताकि जो भी श्रद्धालु यहां पूजन करने के लिए आएं उन्हें किसी प्रकार की अव्यवस्था का सामना ना करना पड़े. दरअसल मेरठ जिले का सबसे बड़ा यही स्थान है जहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ मैया की पूजा करने के लिए आते हैं.

सरोवर के चारों तरफ बनी हैं वेदी
सरोवर के चारों तरफ रंग बिरंगी वेदी भी श्रद्धालुओं ने बना दी है. ताकि विधि-विधान के साथ यहां पूजा अर्चना कर सकें. बताते चलें कि 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक छठ मैया की विध- विधान के साथ पूजा अर्चना की जाएगी. रविवार 30 अक्टूबर को होगा. व्रती महिलाएं अस्ताचल या ढलते सूर्य को अर्घ्य देंगी. मेरठ में रविवार को सूर्यास्त 5.35 बजे होगा. सोमवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ यह व्रत संपन्न होगा. सोमवार को सूर्योदय 6:31 बजे होगा. इसके बाद ही व्रती महिलाएं व्रत का पारण करेंगी.

Tags: Meerut news, Uttar pradesh news

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