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एएमयू में मार्च निकालते एएमयू छात्र नेता
– फोटो : रूपेश कुमार
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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने शुक्रवार देरशाम धार्मिक ग्रंथ जलाने वाले के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रों ने इस शर्मनाक घटना के लिए स्वीडन सरकार की निंदा की है।
स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में ईदुल अजहा पर मस्जिद के बाहर एक व्यक्ति ने धार्मिक ग्रंथ को जला दिया था। इसके विरोध में एएमयू छात्रों ने डक पॉन्ड से बाब-ए-सैयद तक मार्च निकाला। इस दौरान नारेबाजी भी की गई। छात्रों ने बताया कि जिस तरह से पुलिस की देखरेख में एक व्यक्ति ने धार्मिक ग्रंथ जलाया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। वह भारत सरकार से मांग करते हैं कि वह स्वीडन सरकार से इस मामले में आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करे।
उन्होंने कहा कि बाब-ए-सैयद पर छात्रों का एकत्र होने का मकसद स्वीडन सरकार की निंदा करना है। इस संबंध में प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि स्वीडन में धार्मिक ग्रंथ जलाने के विराेध में छात्रों ने प्रदर्शन किया था। उन्होंने कोई ज्ञापन नहीं दिया है।
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