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Rahul Gandhi
– फोटो : अमर उजाला
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यह पहला मौका था जब किसी कांग्रेस नेता ने गोदौलिया, रथयात्रा होते हुए मंडुवाडीह तक की राजनीतिक यात्रा की। शनिवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सुबह 9:30 बजे गोलगड्डा से शुरू हुई। मुस्लिम समुदाय के साथ ही, कांग्रेस और जय भीम का झंडा लिए कार्यकर्ता राहुल गांधी जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे।
रास्ते में पीलीकोठी पर दो जगह स्वागत के लिए मंच बनाया गया था। जहां से मुस्लिम समाज के लोगों ने राहुल गांधी के काफिले पर फूल बरसाए। विशेश्वरगंज चौराहे से आगे बढ़ते ही जैसे कालभैरव मंदिर के चौराहे पर राहुल गांधी ने बाहर से ही हाथ जोड़कर काशी के कोतवाल को प्रणाम किया।
मैदागिन चौराहे पर उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा मिली तो जीप में बैठे-बैठे ही उनको नमन किया। राहुल ने कुरौना सरस्वती पीजी कालेज में सेफ्टी बस में बैठकर लंच किया। इसके बाद तीन घंटे तक यहां रुके रहे। इस दौरान बुनकर, छात्र और समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत की।
सरदार चौदहों बुनकर बिरादराना के हाजी हमीद के नेतृत्व में आए बुनकर संगठनों ने राहुल के सामने बिजली फ्लैट रेट और रेशम के बढ़ते दाम का मामला उठाया। भारत जोड़ो यात्रा के तहत वाराणसी पहुंचे राहुल गांधी को महाराजा काशी नरेश का हाथी पर बैठे लकड़ी का माडल भेंट किया गया।
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