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अयोध्या के रामलला।
– फोटो : amar ujala
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श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन कराने के लिए रोडवेज लगभग 590 बसों का बेड़ा उतार रहा है। यह बसें अयोध्या से विभिन्न मार्गों पर चलाई जाएंगी। व्यवस्था के लिए कर्मचारियों को लगा दिया गया है। सोमवार को तत्काल प्रभाव से यह व्यवस्था लागू कर दी गई।
श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गैर जनपदों से पहुंचे हैं। उन्हें वापस पहुंचना है साथ ही रामलला का दर्शन करने के लिए लोग आने वाले हैं। इसके मद्देनजर रोडवेज विभाग ने तत्काल प्रभाव से तैयारी की है। सोमवार को चार बजे से ही इस व्यवस्था को संचालित करने का निर्देश दिया गया है। व्यवस्था के लिए अयोध्या बस स्टेशन, साकेत पुल बालू घाट, सहादतगंज पुलिस चौकी चौराहा, नाका चौराहा पर दो शिफ्टों में कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
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अयोध्या बस स्टेशन से लखनऊ, रायबरेली, आजमगढ़ के लिए साकेत पुल बालू घाट से गोरखपुर और गोंडा रूट पर, सहादतगंज पुलिस चौकी चौराहा से आजमगढ़, गोरखपुर, नाका चौराहा से वाराणसी, प्रयागराज और चित्रकूट रोड पर बसे चलाई जाएंगी।
बताया गया है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रोडवेज बसों के संचालन को लेकर प्रधान प्रबंधक (तकनीकि) एसएल शर्मा और क्षेत्रीय प्रबंधक विमल राजन ने बैठक में लिया और तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया। अकबरपुर-आजमगढ़/वाराणसी के रूट पर प्रस्थान करने वाले बसों की अनुमानित संख्या 100 होगी।
बाराबंकी-लखनऊ रोड पर 250, बस्ती गोरखपुर रोड पर 100 और सुल्तानपुर-प्रयागराज रोड पर कुल 70 का प्रतिदिन है। क्षेत्रीय प्रबंधक राजन ने बताया कि अयोध्या से श्रद्धालुओं को लाने ले जाने के लिए बसों का संचालन शुरू कराया जा रहा है। जरूरत पर दूसरे स्थानों से बसें मंगवाई जाएंगी।
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