[ad_1]
एसएनसीयू में भर्ती बच्चे
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बदायूं के महिला अस्पताल में जन्मी बच्ची की हालत बिगड़ने पर एसएनसीयू में 12 घंटे तक भर्ती नहीं किया गया। पीड़ित का आरोप है कि पांच हजार रुपये लेने के बाद मशीन दी गई, लेकिन तब तक बच्ची की हालत बहुत बिगड़ चुकी थी। दो घंटे मशीन में रखने के बाद बच्ची की मौत हो गई। पीड़ित ने सीएमएस डॉ. इंदुकांत वर्मा से डयूटी पर तैनात स्टाफ की लापरवाही और रुपये लेने की शिकायत की है।
शहर के दुर्गा कॉलोनी में रहने वाले अरुण ने सीएमएस से की शिकायत में एसएनसीयू में तैनात कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि उसने अपनी पत्नी सोनी को प्रसव पीड़ा होने पर महिला अस्पताल में रविवार को भर्ती कराया था। सोमवार को उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया।
डॉक्टर ने कहा कि बच्ची का वजन कम है, एसएनसीयू में भर्ती करा दो। सोमवार अपराह्न तीन बजे वह एसएनसीयू वार्ड में गया और बच्ची को भर्ती कराने को मौजूद स्टाफ से कहा। स्टाफ ने मशीन खाली न होने की बात कही। कहा कि जब मशीन खाली होगी तो बच्ची को भर्ती कर लिया जाएगा।
[ad_2]
Source link