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सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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कमिश्नर सौम्या अग्रवाल की ओर से कराई गई जांच में बदायूं की यदु शुगर मिल का बड़ा घोटाला सामने आया है। चीनी मिल काफी लंबे समय से फर्जी आंकड़े पेश कर रही थी। जब फैजगंज बेहटा इलाके में तीन बिचौलिया पकड़े गए। तब कमिश्नर ने एक कमेटी गठित कर यदु शुगर मिल की जांच कराई। उसमें कई फर्जी आंकड़े सामने आए, तो शीरा उत्पादन ज्यादा और पेराई कम दर्शायी गई। कमिश्नर के आदेश पर चीनी मिल के एमडी कुणाल यादव, अध्यासी सुरेश चंद्र जौहरी और जीएम विजय कुशवाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
शनिवार रात फैजगंज बेहटा थाना पुलिस ने ओरछी चौराहे से यदु शुगर मिल के तीन बिचौलियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 38.44 लाख रुपये बरामद किए थे। इस मामले को कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने गंभीरता से लिया और तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर तत्काल यदु शुगर मिल की जांच कराई। इसकी जांच पड़ताल में कई चीजें सामने आईं हैं।
बताया जा रहा है कि जब कमेटी यदु शुगर मिल पहुंची। तब न तो सत्यापन कराने को कंप्यूटर दिखाया गया और न ही इसकी जांच में कोई सहयोग किया था। जो आंकड़े पेश किए गए थे। उसके अनुसार 18.67 लाख क्विंटल गन्ना की पेराई हुई और 1.22 लाख क्विंटल शीरा का उत्पादन किया गया। चीनी मिल के अभिलेखों में शीरा रिकवरी 6.77 फीसदी दिखाई गई है। जो कि सामान्य से कहीं ज्यादा है।
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