Women angry with Tantra reached CM's program, police sweat

Hathras News:तंत्र से नाराज महिलाएं सीएम के कार्यक्रम में पहुंचीं, पुलिस के पसीने छूटे – Women Angry With Tantra Reached Cm’s Program, Police Sweat

[ad_1]

महिला सम्मेलन में हंगामा कर रही महिला को पकड़कर ले जाती महिला पुलिस
– फोटो : संवाद

विस्तार


बागला कॉलेज के मैदान में 19 अक्तूबर को आयोजित नारी वंदन सम्मेलन के मंच से मुख्यमंत्री को सरकारी तंत्र से नाराज महिलाओं का गुस्सा भी देखने को मिला। विशिष्ट और पत्रकार दीर्घा से महिलाओं ने मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की। इन महिलाओं को संभालने में पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए। भाजपा की महिला पदाधिकारियों को भी इन महिलाओं को संभालने में मशक्कत करनी पड़ी।

मुख्यमंत्री के मंच पर पहुंचने के बाद सरकार में महिलाओं को मिले सम्मान व सुरक्षा का गुणगान किया जा रहा था। इस बीच कुछ महिलाओं ने अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश की। पहला मामला सिकंदराराऊ के राधा विहार निवासी प्रीति शर्मा की मौत का रहा। कुछ महिलाओं के साथ आई प्रीति की मां ने बताया कि ससुरालियों ने उनकी पुत्री को जलाकर मार डाला है।

हत्या की तहरीर पर मुकदमा धारा 302 के तहत दर्ज किया गया था, लेकिन जांच के बाद पुलिस ने धारा घटाते हुए मुकदमे को 306 में तब्दील कर दिया। मुरसान के नगला कृपा की महिला वीरवती अपनी बहन व बच्चों के साथ मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पहुंच गईं। उनका कहना था कि उनके पति की हत्या ससुरालीजनों ने की है, जबकि मामला आत्महत्या का बनाया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट लोगों की दीर्घा में लेटीं वीरवती की बहन को हटाने में पुलिस को कड़ी मश्क्कत करनी पड़ी। इस बीच भाजपा महिला पदाधिकारियों को भी किरकिरी से बचने के लिए महिला को हटाने में जुटना पड़ा। पुलिस ने दोनों ही महिलाओं को समझाकर वापस भेजा।

बोर्ड बैठक का विवाद भी पहुंचाने की कोशिश

बीते दिनों नगर पालिका परिषद बोर्ड की बैठक में हुए विवाद को लेकर सभासदों ने भी अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश की। सभासद मनीष अग्रवाल पीपा ने विशिष्ट लोगों की दीर्घा से अपनी बात सीएम तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें वीआईपी दीर्घा से बाहर कर दिया।

सिर्फ विरोधियों पर ही ध्यान रखना पड़ा भारी

सीएम के आगमन को लेकर कई दिन से खुफिया तंत्र पूरी तरह सक्रिय था, लेकिन उनका ध्यान सिर्फ विरोधियों पर था। सरकारी तंत्र से नाराजगी रखने वालों की ओर शायद उनका ध्यान नहीं था। यही कारण है कि सीएम के कार्यक्रम में बखेड़ा हो गया। शुरुआती व्यवस्था के अंतर्गत विशिष्ट लोगों की दीर्घा तक आम महिलाओं का पहुंचना मुश्किल था, लेकिन विशिष्ट लागों की दीर्घा में महिलाओं की संख्या कम होने के कारण कई आम महिलाओं को भी जगह दिए जाने के निर्णय ने सरकारी तंत्र से नाराज महिलाओं का रास्ता आसान कर दिया।

कांग्रेस का आरोप, महिलाओं से दुर्व्यवहार हुआ

बृहस्पतिवार को बागला कालेज के मैदान में आयोजित नारी शक्ति वंदन सम्मेलन में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में गुहार लगाने पहुंचीं महिलाओं के साथ कांग्रेस ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ट्वीट कर कहा है कि हाथरस में भाजपा का नारी शक्ति वंदन सम्मेलन हो रहा था। सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। कार्यक्रम के बीच में ही दो महिलाओं ने बिलखते हुए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई, इंसाफ करो, हमें न्याय दो, हमारी बहन को मारा है। जवाब में महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें धक्का देते हुए हटा दिया। नारी शक्ति वंदन का ढोंग करने वालों के बीच नारी शक्ति की आवाज सुनने को कोई राजी नहीं था। दरअसल नारी शक्ति का इनसे बड़ा शत्रु कोई है ही नहीं।

[ad_2]

Source link