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बाजरा
– फोटो : getty images
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हाथरस के बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब सप्ताह में एक दिन बाजरा की खिचड़ी परोसी जाएगी। शासन ने मोटे अनाज को मध्याह्न भोजन योजना में शामिल करते हुए इसकी व्यवस्था में बदलाव किया है।
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत विद्यालय में ही निशुल्क मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है। जिले में करीब 1236 परिषदीय विद्यालयों के करीब एक लाख 37 हजार विद्यार्थी इस योजना का लाभ मिल रहा है।
नई व्यवस्था के तहत अब सप्ताह में एक दिन बच्चों को मूंग की दाल व मौसमी फल युक्त बाजरे की खिचड़ी परोसी जाएगी। हालांकि अभी इसे वैकल्पिक तौर पर ही शामिल किया गया है। विभाग द्वारा एमडीएम का नया मेन्यू भी जारी कर दिया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटे अनाज के रूप में घोषित किया है। मोटे अनाज को मध्याह्न भोजन में शामिल करने की जानकारी मिली है, लेकिन अभी इसका शासनादेश प्राप्त नहीं हुआ है।
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