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बैंक मित्र सौरभ गुप्ता का वायरल सुसाइड नोट
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
अलीगढ़ महानगर के नौरंगाबाद इलाके की सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा में कई करोड़ रुपये के गबन के आरोपी कथित बैंक मित्र सौरभ गुप्ता मंगलवार को कोर्ट में हाजिर हो गया। इस तरह पिछले डेढ़ माह से लगातार उसकी व बैंक मैनेजर अमरजीत की तलाश में जुटी पुलिस टीमें को तगड़ा झटका लगा है। अब संकेत हैं कि बहुत जल्द ही बैंक मैनेजर भी किसी भी दिन कोर्ट में हाजिर होकर समर्पण कर सकता है। इधर, अब पुलिस की विवेचक टीम सौरभ गुप्ता को रिमांड पर लेने की तैयारी में जुट गई है।
ये घटनाक्रम 27 अप्रैल की शाम सुर्खियों में आया था। जब एक तरफ कथित बैंक मित्र सौरभ गुप्ता निवासी ज्वालापुरी अपने फेसबुक एकाउंट से सुसाइड नोट वायरल कर गायब हो गया था। सौरभ के जरिये बैंक में निवेश करने वाले ग्राहकों ने जब यह देखा तो वे घबरा गए और तमाम ग्राहक बैंक पहुंच गए। वहां पहुंचने पर पता चला कि बिहार निवासी बैंक मैनेजर अमरजीत भी गायब है और दोनों के फोन बंद हैं। इस सुसाइड नोट में सौरभ गुप्ता ने सांसद के करीबी युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह व उनके साथी सुमित माथुर पर आरोप मढ़े थे। जिसमें साफ लिखा था कि इनके दबाव में आकर उससे गलती हुई है और आत्महत्या के लिए इन दोनों को जिम्मेदार ठहराया था। ये दोनों उसे राजनीतिक दबाव में परेशान कर रहे हैं।
कई करोड़ के गबन से जुड़े इस मामले में एक तरफ बैंक ने अपनी जांच शुरू की और पुलिस भी हरकत में आई। उसी दिन से पुलिस की टीम एसपी सिटी की अगुवाई में दोनों की तलाश में जुटी थीं। अब तक इस मामले में एक दर्जन मुकदमे क्वार्सी व गांधीपार्क थानों में दर्ज हो चुके हैं। इधर, मंगलवार शाम को कचहरी बंद होने से चंद पहले सौरभ गुप्ता न्यायालय में पहुंचा और खुद ही समर्पण कर दिया। जहां अदालत ने क्वार्सी से जुड़े मुकदमे में उसे न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया।
इंस्पेक्टर क्वार्सी प्रवेश राणा ने सौरभ गुप्ता द्वारा मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर किए जाने की पुष्टि की है। बताया है कि विवेचना में जरूरत के आधार पर उसे रिमांड पर लेने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसके लिए विवेचकों के स्तर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बता दें कि इस मामले में पिछले दिनों खुद बैंक मैनेजर अमरजीत के स्तर से सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की गई थी। वहीं सौरभ गुप्ता द्वारा हाईकोर्ट में अर्जी दायर की गई थी। दोनों को अभी तक वहां से कोई राहत नहीं मिली है। यह भी बता दें कि मामले में कई दिन तक हंगामा चला था। हालांकि बैंक प्रबंधन ने सौरभ का बैंक मित्र होना नकार दिया था। इधर, इन दोनों की तलाश में टीमें यहां से बिहार व दिल्ली आदि में खाक छान रही थीं।
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