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जल जीवन मिशन योजना के तहत गांवों में स्थापित होने वाली पानी की टंकियों से गांव के लोगों को सिर्फ पानी ही पीने को नहीं मिलेगा, बल्कि गांव के योग्य लोगों को रोजगार भी मिलेगा। पेयजल समूह को चलाने के लिए एक गांव में 12 लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। योजना के तहत जिले के 671 ग्राम पंचायतों में 8 हजार 52 लोगों को रोजगार दिया जाएगा।योजना के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए गांव में मिस्त्री, प्लंबर, मोटर मैकेनिक, पंप ऑपरेटर,इलेक्ट्रीशियन, फिटर के साथ ही 12-12 लोगों की तैनाती की जानी है। इन लोगों की जिम्मेदारी होगी कि वह सुबह-शाम मोटर चलाकर उपभोक्ताओं के घर तक पानी पहुंचाएं। अगर पाइप कहीं लीक होता है, तो मरम्मत के लिए मिस्त्री गांव का ही होगा। बाहर से कोई व्यक्ति नहीं बुलाया जाएगा। पेयजल इकाइयों से होने वाली आमदनी से इन कर्मचारियों को मानदेय दिया जायेगा। जिन ग्राम पंचायतों में पेयजल इकाइयों की स्थापना हो चुकी है, उसमें चयन प्रक्रिया भी अंतिम दौर में है।
जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता एमए किदवई ने बताया कि 300 ग्राम पंचायतों में पेयजल समूह इकाइयों की स्थापना की कवायद हो चुकी है , यहां पर गांव के चिंहित 12-12 लोगों को ब्लॉक मुख्यलय पर प्रशिक्षण दिया जा चुका है, शेष ग्राम पंचायतों में भी जल जीवन मिशन जी कवायद के साथ रोजगार दिया जाएगा। बताया कि एक इकाई में 12 लोगों की आवश्यकता होगी। प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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