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सृजित अवस्थी
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिला कारागार में बंदियों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत कारागार में बंद बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद की जा रही है. यह प्रशिक्षण 30 पुरुष और 30 महिला बंदियों को दिया जाना है. जेल अधिकारियों का दावा है कि प्रशिक्षण लेने के बाद बंदी जब मुख्यधारा में लौटेंगे तो उनके पास अपना हुनर होगा और वो रोजगार की ओर कदम बढ़ाएंगे.
जिला कारागार में 40 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम नाबार्ड की ओर से चलाया जा रहा है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 पुरुष बंदियों को एलईडी लाइट रिपेयरिंग और असेंबलिंग सिखाई जा रही है. वहीं, महिला बंदियों को जलकुंभी से तमाम तरह के उत्पाद बनाने सिखाए जा रहे हैं.
पीलीभीत में तमाम स्वयं सहायता समूह ऐसे हैं जो जलकुंभी से उत्पाद बनाने का कार्य करते हैं. समय-समय पर इन उत्पादों को प्रदर्शनियों में भी लगाया जाता है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जब प्रशिक्षण ले रहीं महिला बंदी जेल से बाहर आएंगी तब उनके पास रोजगार का अवसर होगा.
पीलीभीत जेल के प्रभारी जेल अधीक्षक संजय राय ने बताया कि समय-समय पर कारागार में इस प्रकार के कार्यक्रम किए जाते हैं. इन कार्यक्रमों का उद्देश्य कारागार के बंदियों को मुख्यधारा से जोड़ना होता है. उम्मीद है कि 40 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद बंदी आत्मनिर्भर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा चुके होंगे.
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Tags: Pilibhit news, Special training, Up news in hindi
FIRST PUBLISHED : November 23, 2022, 13:21 IST
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