गाजियाबाद के सिकरी खुर्द में ग्रामीणों के लिए पहेली बना अनोखा पंछी, सेल्फी लेने की मची होड़

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रिपोर्ट- विशाल झा

गाजियाबाद: गाजियाबाद के मोदी नगर (Modi Nagar ) स्थित गांव सीकरी खुर्द में महामाया देवी मंदिर (Mahamaya Devi Mandir) के पास एक तालाब मौजूद है. इन दिनों यह तालाब आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. तालाब के पास लोगों की भीड़ उमड़ रही है. इतना ही नहीं तालाब के पास आने से पहले महिला हो या पुरुष कुछ ना कुछ घर से खाने का सामान लेकर पहुंच रहे हैं.

दरअसल तालाब के आकर्षण का केंद्र होने के पीछे कारण है, इसमें नजर आई एक खास प्रजाति की जलमुर्गी. जो तालाब में काफी संख्या में दिखाई दे रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि, ऐसी सुंदर मोर जैसी दिखने वाली जल मुर्गी को पहले कभी नहीं देखा है. इस कारण से ही एंजेल मुर्गियों के दीदार के लिए गांव वासी भीड़ लगा रहे हैं. युवा इनकी वीडियो बना रहे हैं. इनके साथ फोटो खिंचवा रहे हैं. बुजुर्ग इनके लिए घरों से चारा लेकर आ रहे हैं, खिला रहे हैं.

सेल्फी और देखभाल में जुटे ग्रामीण
महामाया देवी मंदिर के तालाब में आईं जलमुर्गियों के कारण ग्रामीण काफी खुश हैं. News 18 local से बात करते हुए स्थानीय निवासी सीताराम कश्यप ने बताया कि इस पंछी के बारे में इससे पहले कोई जानकारी नहीं थी. यह देखने में काफी ज्यादा सुंदर है. यहां पर इसके कारण काफी अच्छा माहौल बना हुआ है. हमारे गांव में यह पहले कभी नहीं दिखाई दी, इसलिए सभी के लिए आकर्षण का केंद्र है. वहीं मंदिर में दर्शन करने आए छात्र आकाश और अरुण ने कहा कि इस पंछी को देखकर काफी शांति और सकारात्मकता महसूस होती है. हालांकि यह जलमुर्गीयां काफी ज्यादा सतर्क होती हैं. इसलिए हम इनके पास जाकर फोटो नहीं ले पाते हैं. यह कुछ ही फीट ऊपर उड़ पाती हैं.

रैलिडी (rallidae ) है साइंटिफिक नेम
हमने जब इस जलमुर्गी के बारे में इंटरनेट पे पता किया तो पता चला की इसको रैलिडी (rallidae ) कहा जाता है. ये छोटे व मध्यम आकार के सार्वत्रिक वितरण वाले ग्रुइफोर्मिस गण के पक्षियों का एक जीव वैज्ञानिक कुल है. इसकी कई जातियां आद्रभूमियों में रहती है. हालांकि अंटार्कटिका और सोचे मरू भूमियों के अलावा लगभग हर क्षेत्र में पाई जाती है.

सर्दियों से पहले घने वनस्पति वाले क्षेत्रों में इनकी अक्सर भरमार होती है. हालांकि जब इसको लेकर पर्यावरणविद प्रदीप ढालिया जी से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि, रैलिडी पंछियों का सर्दियों में अक्सर आगमन होता है. ये पंछी घने वनस्पति क्षेत्र में पाई जाती है. क्योंकि यह मोर की तरह दिखती है. इसलिए लोगों के आकर्षण में आ जाती है.

गाजियाबाद में लोनी, मुरादनगर और मोदीनगर के तालाबों में यह देखी जाती है.

Tags: Bird Expert, Ghaziabad News, Up forest department, UP news

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