[ad_1]
नोएडा. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के ट्रैफिक का एक बड़ा हिस्सा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida-Greater Noida Expressway) पर रहता है. जिसके चलते इस एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है. ट्रैफिक के इसी दबाव को कम करने के लिए 15 किमी का एक नया एक्सप्रेसवे बनाने का काम एक बार फिर से शुरू हो चुका है. नया एक्सप्रेसवे यमुना नदी (New Expressway on Yamuna River) और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के बीच में बनाया जा रहा है. यह 100 मीटर चौड़ा होगा. इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने से कालिंदी कुंज (Kalindi Kunj) से लेकर हिंडन नदी तक के लिए लोगों को एक और नया एक्सप्रेसवे मिल जाएगा. हालांकि नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) की यह एक पुरानी योजना है. जो किन्हीं वजह के चलते बीच में रुक गई थी. लेकिन अब एक बार फिर से अथॉरिटी ने इसका काम शुरू कर दिया है.
अब पूरी होगी यमुना किनारे की 7 साल पुरानी योजना
साल 2014 में यमुना अथॉरिटी ने 15 किमी लम्बे एक एक्सप्रेसवे को बनाने की योजना पर काम शुरू किया था. यह एक्सप्रेसवे कालिंदी कुंज से हिंडन नदी तक जाना था. उस वक्त इसकी लागत 275 रुपये आंकी गई थी. लेकिन अचानक से बीच में ही इसका काम रुक गया. लेकिन साउथ नोएडा के विकास और नए सेक्टर्स को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी ने इस एक्सप्रेसवे को पूरा करने का काम शुरू कर दिया है.
अथॉरिटी से जुड़े अफसरों की मानें तो जब पहली बार इस एक्सप्रेसवे का काम शुरू हुआ था तभी 11 किमी लम्बी सड़क का निर्माण कर लिया गया था. लेकिन उस वक्त सड़क की चौड़ाई सिर्फ 30 थी. जिसे अब 100 मीटर चौड़ी किया जाएगा. वहीं बाकी बचे 4 किमी लम्बे हिस्से को भी पूरा किया जाएगा.
Delhi-NCR वालों के लिए यहां और आसान हो गया ट्रैफिक, शुरू हुआ काम
15 किमी के नए एक्सप्रेसवे से इन्हें होगा फायदा
साउथ नोएडा को बसाने की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. नोएडा अथॉरिटी भी अपनी योजनाएं जमीन पर उतार रही है. कई नए सेक्टर्स भी बसाए जा रहे हैं. ऐसा दावा किया जा रहा है कि 15 किमी लम्बा नया एक्सप्रेसवे बनने से सबसे ज्यादा सेक्टर-128, सेक्टर-135, सेक्टर-150, सेक्टर-151, सेक्टर-168, छपरौली, मंगरौली, याकूतपुर, झट्टा, बादली, सफीपुर, नंगला, नंगली, नंगली साकपुर और मोमनाथल को होगा. इतना ही नहीं ग्रेटर नोएडा में इस एक्सप्रेसवे के किनारे आने वाले कई सेक्टर्स में नए रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं. जिनहें सीधा-सीधा इस एक्सप्रेसवे का फायदा मिलेगा.
एक्सप्रेसवे के बनने से बाढ़ से भी बचा रहेगा नोएडा
जानकारों की मानें तो कालिंदी कुंज से लेकर दनकौर तक यमुना किनारे साल 1980 में एक तटबंध बनाया गया था. इसको बनाने का मकसद यह था कि यह पूरा इलाका भविष्य में आने वाली यमुना की बाढ़ से बचा रहेगा. फिर बाद में इसी तटबंद को और मजबूत करने के लिए इसके ऊपर एक सड़क बनाने का फैसला किया. नया एक्सप्रेसवे उसी योजना का नतीजा है.
आपके शहर से (नोएडा)
यूपी विधानसभा चुनाव 2022, ब्रेकिंग हिंदी न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट सबसे पहले News18 India पर। आज की ताजा खबरें, विश्लेषण, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की खबरें पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी पर |
[ad_2]
Source link