[ad_1]
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बरेली में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से डेढ़ वर्ष पहले रामनगर ब्लॉक के गांव गोठा खंडुआ में कई सुहागिन महिलाओं ने खुद को विधवा बताकर पेंशन हासिल कर ली थी। जांच में पुष्टि हुई तो अब 46 अपात्रों से 6.50 लाख रुपये की वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस मामले में तीन अक्तूबर 2023 को आंवला थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।
तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी, दो खंड विकास अधिकारियों व तीन ग्राम पंचायत सचिव कार्रवाई के घेरे में हैं। सीडीओ ने चार जनवरी को सभी से जवाब-तलब किया है। तीन दिन में संतोषजनक जवाब प्राप्त न होने पर प्रतिकूल प्रविष्ट दी जाएगी। आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारी की सेवाएं समाप्त होंगी। वहीं, एक अपात्र महिला ने 14 हजार रुपये का चेक सरकारी खजाने में जमा किया है। जो महिलाएं पेंशन वापस नहीं करेंगी, उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
वर्ष 2022 में रामनगर ब्लॉक के गांव गोठा खंडुआ में महिलाओं ने अपात्र होने के बाद भी पेंशन हासिल की थी। दो खंड विकास अधिकारियों ने सत्यापन में अपात्रों को भी पात्र दर्शा दिया था। तीन ग्राम पंचायत सचिवों ने इसके लिए संस्तुति की थी।
[ad_2]
Source link